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मार्च 3, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

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वाहे गुरू जी || waheguru ji || Guru ki Bani ||

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                         वाहे गुरू जी एक मालिक का प्यारा शख्श जिसका नाम करतार था  वह छोले बेचने का कारज करता था  वाहे गुरू जी || waheguru ji || Guru ki Bani ||  उसकी पत्नी रोज सुबह-सवेरे उठ छोले बनाने में उसकी मदद करती थी  एक बार की बात है कि  एक फकीर जिसके पास खोटे सिक्के थे उसको सारे बाजार में कोई वस्तु नहीं देता हैं  तो वह करतार के पास छोले लेने आता हैं करतार ने खोटा  सिक्का देखकर भी  उस मालिक के प्यारे को छोले दे दिए।ऐसे ही चार-पांच दिन  उस फकीर ने करतार को खोटे सिक्के देकर छोले ले लिए और उसके खोटे सिक्के चल गए और जब सारे बाजार में अब  यह बात फैल गयी की करतार तो खोटे सिक्के भी चला लेता हैं पर करतार लोगों की बात सुनकर कभी जबाव नहीं देते थे.. और अपने मालिक की मौज में खुश रहते थे। एक बार जब करतार अरदास  पढ़कर उठे तो अपनी पत्नी से  बोले --- "क्या छोले तैयार हो गए..?" पत्नी बोली --- "आज तो घर में हल्दी -मिर्च नहीं थी और मैं बाजार से लेने  गयी तो सब दुकानदारों न...

जय श्री कृष्ण |Long live Shri Krishna

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*👍हर कोई सुख की चाबी ढूंढ रहा है लेकिन सवाल यह है कि सुख पर ताला किसने लगाया* *👌कितने अजीब हैं लोग हक़ीक़त में कम और तसवीर में ज्यादा मुस्कुराते हैं* *🖕जिन्दगी को इतना सीरियस लेने की जरूरत नहीं दोस्तो यहाँ से जिन्दा-बचकर कोई नहीं जायेगा* *🤘उम्र बिना रुके सफर कर रही है और हम ख्वाहिशें लेकर वहीं खड़े हैं* *☝️वजूद सब का है अपना अपना सूर्य के सामने दीपक का न सही पर अंधेरों के आगे बहुत कुछ है* *🤏उसने एक ही बार कहा दोस्त हूँ फिर मैंने कभी नहीं कहा व्यस्त हूँ* *👆वाह रे जमाने क्या अजब तेरी आँखों की कहानी है काला रँग बालों में हो तो जवानी है काली-ऑंखे जैसे कोई सुरमेदानी है कालातिल खूब सूरती की निशानी है देह के इस रँग से फिर इतनी क्यों परेशानी है* *🖕गलतियाँ विफलता और निराशा अपमान ये सभी उन्नति और विकास का हिस्सा है कोई व्यक्ति इन अनु भवों से गुजरे बिना आगे नहीं जा सकता* *🤌रेत में गिरी हुई चीनी चींटी तो उठा सकती है पर हाथी नहीं इसलिए छोटे आदमी को छोटा ना समझें कभी कभी छोटा-आदमी भी बड़ा काम कर जाता है👉 आज के इन्सान को ना कायदे पसन्द है और ना ही वायदे पसन्द है उसे तो बस फायदे पसन्द हैं..!!* ...

मालिक बक्शणहार है|The owner is generous

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 मालिक बक्शणहार है वो चोर, पापी, अपराधी, खूनी, गिरे से गिरे इंसान को माफ़ कर सकता है वो बड़े से बड़ा गुनाह माफ़ कर देगा लेकिन एक गुनाह है  जो वो कभी माफ़ नही करता उस गुनाह की कोई बक्शीश नही होती और वो गुनाह है 'नामदान' मिलने के बाद भी 'सिमरन-भजन' न करने का सबसे बड़ा गुनाह इस गुनाह को कभी भी माफ़ नही किया जा सकता,  क्योंकि यह ऐसा गुनाह है जिसमें हम परमपिता परमात्मा रूप सतगुरु के समक्ष सत्य की राह पर चलने का वादा करके असत्य को अपनाते हैं।  इसलिए बिना नागा भजन सुमिरन जरूर करो जी " 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

संत की दिल की बात ||Talk of the heart||Rssb

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 दिल की बात             दूसरा जन्म "सत्संग प्रेमियों",   एक जन्म तो हमें अपने मां बाप से मिलता है। अकेला इसे ही तुम जन्म ना समझ लेना। क्योंकि यह जन्म तो एक और नई मृत्यु का आगमन होता है। यह जन्म एक ऐसा चक्रव्यूह है जिसके आखिर में मृत्यु जरूर आती है। इसे तुम सफल जीवन मत समझना। क्योंकि महापुरुषों के ये वचन हैं कि एक और भी जन्म है, जो मां बाप से नहीं मिलता। वह जन्म गुरु के द्वारा समर्थित साधना से मिलता है। इंसान का वास्तविक जन्म तो वही होता है। उसी जन्म को पाकर व्यक्ति द्विज होता है। वह जन्म प्रत्येक को स्वयं ही देना होता है जी प्रेमियों।        *महापुरुष फरमाते हैं कि तब तक शांति का अनुभव ना करें, जब तक आप अपने ही भीतर दूसरे जन्म को उपलब्ध ना हो जाएं। परमपिता परमात्मा की बख्शी कोई भी एक शक्ति आपके भीतर व्यर्थ ना पड़ी रह जाए। प्रेम व ध्यान जैसी शक्तियों को इकट्ठा करके सतगुरू के चरणों से जुड़ जाना चाहिए ।  प्रेम व ध्यान के इस मार्ग पर श्रमपूर्वक व संकल्प पूर्वक आगे बढ़ना होता है। इस प्रकार आप बहुत जल्दी ही यह पा...

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🙏🙏🏻 "आप दया करके मुझे साँसारिक बन्धनों से छुड़ा दो।"🙏🙏🏻